हिंदी भाषा को कौन बनाया? यह सवाल बहुत से लोगों के मन में उठता है। लेकिन इस सवाल का जवाब देना थोड़ा मुश्किल है। क्योंकि हिंदी भाषा का विकास धीरे-धीरे हुआ है और इसके विकास में कई भाषाओं का योगदान है।
हिंदी भाषा की उत्पत्ति के बारे में कुछ विशेष जानकारी हैं। हिंदी भाषा को संस्कृत भाषा का उत्पाद माना जाता है। संस्कृत भाषा को हिंदी भाषा का मूल माना जाता है। इसीलिए हिंदी भाषा का उत्पाद संस्कृत भाषा से हुआ है।
हिंदी भाषा नागरी लिपि में लिखी जाती है। नागरी लिपि का उत्पत्ति भारत में हुआ था। और इस लिपि को विकसित करने वाले आदमी का नाम ब्रह्मगुप्त है।
हिंदी भाषा को वहीं से शुरू किया गया था, जहां संस्कृत भाषा का उपयोग कम हो रहा था। यह शुरुआत मध्यकालीन काल में हुई थी।
इस समय हिंदी भाषा का विकास धीरे-धीरे हुआ। भारत के विभिन्न हिस्सों में अलग-अलग भाषाएं बोली जाती थी। इन भाषाओं का योगदान हिंदी भाषा के विकास में था।
इस प्रकार हिंदी भाषा का विकास हुआ और आज हम इसका उपयोग अपनी रोजमर्रा की जिंदगी में करते हैं। हिंदी भाषा दुनिया की सबसे बड़ी भाषाओं में से एक है जो लोगों के दिलों में बहुत खास है।